चौंलु बल मि मांड छौं? पजल-7 जगमोहन सिंह रावत 'जगमोरा'. GARHWALI PUZZLE
बल तु राणी मि भी राणी
त कु भरलु कूली पाणी
जु मि सयाणी तु सयाणी
त कु कुटलु चीणा दाणी
बद्रीनाथ दानि ह्वाया
त तप्तकुंडौ पाणि ह्वाया
साट्टि ह्वाया साठ दिना
पाणि प्यावा रात दिना
जु उखड़ी धाणकु ह्वाणो
ता लाल धान कु ह्वाणो
बल दुध भात कु खाणो
अर नित पान कु खाणो
बल जो एक माणी चौंल
अर चौदा माणी पाणि
मिलाई पकाई जौंल
वौंल उत्तम मांड खवाणि
बल जु भी मंगत्या ह्वाया
त वु भांड संगत्या ह्वाया
चौंल देकि मांड मंगणो
पाळ देखि ढ़ांड मंगणो
जु मंगतै सेखि दाम तक
त दातै सेखि राम तक
जु चौंलै सेखि भात तक
त पाळै सेखि घाम तक
ज्यूंदा जी नि दीनि मांड
बल म्वन्ना मा दीनि खांड
मांड मांगी बोलु भाट
बल कमर कमर को भात
अर घुंडा घुंडौं की दाल
ता चखलपखल गढ़वाल
भातै त बल मि रांड छौं
त चौंलु बल मि क्य छौं?
जगमोहन सिंह रावत 'जगमोरा'
प्रथम गढ़गीतिकाव्य पजलकार
मोबाइल नंबर-9810762253
नोट:- पजल का उत्तर एक शातिर चोर की तरह अपनी ओपन निशानदेही की चैलेंज के साथ छंदबद्ध स्वरूप पजल में ही अंतर्निहित छिपा हुआ होता है
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